Shri Prashant Karulkar and Smt. Sheetal Karulkar being felicitated by Respected Home Minister of India, Shri. Amit Shah at the book launch of Karmayoddha-Photo By Sachin Murdeshwar |
नई दिल्ली, 17 जनवरी, 2020 : नई दिल्ली हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के सार्वजनिक जीवन को कालक्रमानुसार लिपिबद्ध करने वाली पुस्तक “कर्मयोद्धा ग्रन्थ” के लोकार्पण की साक्षी बनी। इस समारोह के मुख्य अतिथि भारत सरकार के केंद्रीय गृह मंत्री आदरणीय श्री अमित शाह ने देश के प्रबुद्ध लोगों और प्रतिष्ठित नेताओं की उपस्थिति में कर्मयोद्धा ग्रन्थ का अनावरण किया। इस उत्कृष्ट कृति में प्रमुख योगदान करने वाले श्री प्रशांत कारुलकर और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती शीतल कारुलकर का स्वयं श्री अमित शाह ने अभिनंदन किया। कारुलकर दम्पति को उनके अपने गृह राज्यों गुजरात व महाराष्ट्र में किए गए अनुकरणीय सामाजिक कार्यों और योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
यह ग्रन्थ भारत के आम आदमी के उत्थान हेतु श्री नरेंद्र मोदी की सार्वजनिक जीवन में की गई निष्ठापूर्ण यात्रा का बखान करने के लिए समर्पित अध्यायों से रचित है। इस पुस्तक को भारत सरकार के अग्रगण्य नेताओं और मंत्रियों द्वारा लिखा गया है, जिनमें श्रीमती स्मृति ईरानी, श्री प्रकाश जावड़ेकर, श्री नितिन गडकरी, श्री डॉ. हर्षवर्धन, श्री विजय रूपाणी और श्री रमेश पतंगे शामिल हैं।
श्री अमित शाह ने ग्रन्थ के योगदानकर्ताओं को बधाई दी और श्री प्रशांत कारुलकर और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती शीतल कारुलकर द्वारा किए गए उन कार्यों की विशेष रूप से सराहना की, जो इस दम्पति ने कारुलकर प्रतिष्ठान के माध्यम से संपन्न किए हैं और जिनके परिणामस्वरूप गुजरात और महाराष्ट्र के विशाल संख्या में सुविधा वंचित परिवारों के लिए रोजगार के अवसर उत्पन्न हुए हैं।
मूल रूप से एक समाज सुधारक श्री प्रशांत कारुलकर प्रसिद्ध राजनीतिक विश्लेषक और लेखक भी हैं। वह और उनकी धर्मपत्नी श्रीमती शीतल कारुलकर समाज के वंचित वर्ग के कल्याण और शिक्षा के लिए समर्पित एक गैर-लाभकारी संस्थान ‘कारुलकर प्रतिष्ठान’ से सम्बद्ध रही हैं। कारुलकर परिवार द्वारा 1969 में स्थापित इस प्रतिष्ठान ने किन्हीं भी बाहरी स्रोतों से कोई दान या निधि जुटाए बिना 3000 से अधिक परिवारों के जीवन को सकारात्मक रूप प्रभावित किया है। प्रतिष्ठान ने शिक्षा, रोजगार और पर्यावरण के क्षेत्रों में एक सार्थक और अर्थपूर्ण भूमिका निभाई है।
श्री प्रशांत कारुलकर और श्रीमती शीतल कारुलकर को भारत के उपराष्ट्रपति श्री वेंकैया नायडू की उपस्थिति में आरएसएस प्रमुख श्री मोहन भागवत के करकमलों से नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में पिछले वर्ष भी सम्मानित किया जा चुका है। उन्हें एक अन्य पुस्तक “योगग्रंथ” के लोकार्पण समारोह के दौरान इसकी रचना में दिए गए योगदान तथा सामाजिक-आर्थिक सुधार लाने की दिशा में निभाई गई उनकी भूमिका के लिए वहां सम्मानित किया गया था।
कारुलकर प्रतिष्ठान द्वारा सामाजिक रूपांतरण में दिए गए योगदान हेतु श्री प्रशांत कारुलकर को पहले भी श्री नितिन गडकरी, श्री इंद्रेश कुमार (मार्गदर्शक, द मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (एमआरएम)) और श्री उज्जवल निकम (सरकारी वकील) जैसी तेजस्वी हस्तियों द्वारा सराहा जा चुका है।
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